प्रीति सिंह
एक तरफ जहां महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के भीतर घमासान मचा है, वहीं उत्तर प्रदेश में पार्टी ने अपना दांव चल दिया है. पार्टी ने न सिर्फ नए चेहरों को तरजीह दी, बल्कि सामाजिक न्याय, जातीय समीकरण, युवा चेहरों व कार्यकर्ताओं के संघर्षों को भी ध्यान में रखा है.
कांग्रेस खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में जड़ें जमाने की कवायद में है. खासकर पार्टी की नजर गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ और बनारस मंडल पर है. पार्टी ने राज्य की कार्यकारिणी की घोषणा करते समय इस क्षेत्र का विशेष खयाल रखा है. कुशीनगर जिले के तमकुही राज विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक चुने गए अजय कुमार लल्लू को पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया है.
राज्य के पदाधिकारियों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर वीरेंद्र चौधरी का नाम है, जो उपाध्यक्ष बनाए गए हैं. कांग्रेस के हिसाब से न सिर्फ यह नाम अहम हैं, बल्कि इन नामों के चयन के साथ इलाके की राजनीतिक स्थिति को देखना भी जरूरी है. इससे यह साफ हो सकेगा कि कांग्रेस के इस चयन के पीछे क्या राज है.
राज्य के पदाधिकारियों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर वीरेंद्र चौधरी का नाम है, जो उपाध्यक्ष बनाए गए हैं. कांग्रेस के हिसाब से न सिर्फ यह नाम अहम हैं, बल्कि इन नामों के चयन के साथ इलाके की राजनीतिक स्थिति को देखना भी जरूरी है. इससे यह साफ हो सकेगा कि कांग्रेस के इस चयन के पीछे क्या राज है.
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